SC/ST जाति प्रमाण पत्र क्या होता है?
आज के डिजिटल दौर में सरकारी योजनाओं और नौकरियों का लाभ लेने के लिए कई जरूरी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है, जिनमें से SC/ST जाति प्रमाण पत्र सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों में से एक है। ये प्रमाण पत्र उन लोगों के लिए होता है जो अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से संबंधित हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह प्रमाण पत्र क्यों जरूरी है, इसे कैसे बनवाएं, कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए, और कौन-से पोर्टल से इसे घर बैठे ऑनलाइन बनवाया जा सकता है।
जाति प्रमाण पत्र क्या होता है?
जाति प्रमाण पत्र एक सरकारी दस्तावेज़ होता है जो यह प्रमाणित करता है कि आप किसी विशेष जाति जैसे अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से संबंधित हैं। यह प्रमाण पत्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होता है और यह व्यक्ति की सामाजिक स्थिति को साबित करता है।
जाति प्रमाण पत्र क्यों जरूरी है?
जाति प्रमाण पत्र होने से आप उन तमाम सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं जो विशेष रूप से SC/ST वर्ग के लिए चलाई जाती हैं:
- आरक्षण का लाभ (शिक्षा, नौकरी आदि में)
- सरकारी योजनाएं और अनुदान
- छात्रवृत्ति (Scholarship)
- मुफ्त कोचिंग और शिक्षा योजनाएं
- सरकारी परीक्षा में छूट
यदि आपके पास यह प्रमाण पत्र नहीं है, तो आप इन सुविधाओं से वंचित रह सकते हैं।
कौन बनवा सकता है जाति प्रमाण पत्र?
आप तभी जाति प्रमाण पत्र के पात्र होंगे जब:
- आप भारत के नागरिक हों।
- आप SC या ST श्रेणी से संबंधित हों (जैसा कि भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किया गया है)।
- आपके पास आपके पिता या दादा का जाति प्रमाण पत्र या जाति का कोई प्रामाणिक सबूत हो।
जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
- राशन कार्ड या वोटर ID
- परिवार के किसी सदस्य का जाति प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
- सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर (OTP वेरीफिकेशन के लिए)
SC/ST जाति प्रमाण पत्र ऑनलाइन कैसे बनवाएं? (Step-by-Step Process)
अब लगभग सभी राज्य सरकारों ने जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चालू कर दी है। यहां हम उदाहरण ले रहे हैं बिहार राज्य का:
बिहार में जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया:
- सबसे पहले RTPS बिहार वेबसाइट पर जाएं।
- “जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करें” विकल्प पर क्लिक करें।
- नए आवेदन के लिए नाम, पता, और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- OTP वेरिफिकेशन करें और लॉगिन करें।
- मांगी गई जानकारी भरें जैसे — पिता का नाम, जाति, तहसील आदि।
- दस्तावेज़ अपलोड करें (PDF या JPG फॉर्मेट में)।
- फॉर्म सबमिट करें और acknowledgment स्लिप डाउनलोड कर लें।
राज्य | आवेदन पोर्टल |
---|---|
उत्तर प्रदेश | edistrict.up.gov.in |
झारखंड | jharsewa.jharkhand.gov.in |
दिल्ली | edistrict.delhigovt.nic.in |
महाराष्ट्र | aaplesarkar.mahaonline.gov.in |
मध्यप्रदेश | mpedistrict.gov.in |
क्या यह प्रमाण पत्र आजीवन मान्य होता है?
जाति प्रमाण पत्र सामान्यतः 7 से 15 कार्यदिवस के भीतर बनकर तैयार हो जाता है। हालांकि, कभी-कभी दस्तावेज़ की जांच में समय लग सकता है। यदि आप ऑनलाइन स्टेटस ट्रैक करना चाहते हैं तो उसी पोर्टल पर “Track Status” विकल्प से चेक कर सकते हैं।
क्या यह प्रमाण पत्र आजीवन मान्य होता है?
हां, जाति प्रमाण पत्र एक बार बन जाने के बाद आजीवन मान्य होता है जब तक सरकार द्वारा कोई विशेष बदलाव ना किया जाए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
क्या जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन शुल्क देना पड़ता है?
नहीं, अधिकतर राज्यों में यह सेवा मुफ्त है।
क्या बिना जाति प्रमाण पत्र के भी छात्रवृत्ति मिल सकती है?
नहीं, स्कॉलरशिप के लिए जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है।
अगर पिता का प्रमाण पत्र न हो तो क्या करें?
ग्राम पंचायत या वार्ड सदस्य से जाति सत्यापन ले सकते हैं, और कुछ राज्यों में वंशावली प्रमाण पत्र से काम चल जाता है।
क्या यह प्रमाण पत्र केंद्र सरकार में भी मान्य है?
हां, अगर यह राज्य सरकार या अधिकृत अधिकारी द्वारा जारी किया गया है तो यह केंद्र और राज्य दोनों में मान्य है।
निष्कर्ष
SC/ST जाति प्रमाण पत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है जो आपके सामाजिक अधिकारों को प्राप्त करने में मदद करता है। आज के समय में यह बनवाना बेहद आसान हो गया है, बस आपको सही जानकारी और दस्तावेज़ की जरूरत है। यदि आपने अब तक यह प्रमाण पत्र नहीं बनवाया है, तो आज ही अपने राज्य की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें और सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाएं।